- अजंता की गुफा महाराष्ट्र में है |अजन्ता गुफाएँ महाराष्ट्र के औरंगाबाद में स्थित हैं | यह तकरीबन 29 चट्टानों को काटकर बना बौद्ध स्मारक गुफाएँ हैं जो द्वितीय शताब्दी ई॰पू॰ के हैं।
- एलोरा की गुफाएं महाराष्ट्र में है | एलोरा या एल्लोरा (मूल नाम वेरुल) एक पुरातात्विक स्थल है, जो भारत में छत्रपती संभाजी नगर में स्थित हैं यह महाराष्ट्र से 30 किलोमीटर (18.6 मील) की दूरी पर स्थित है। इसका निर्माण राष्ट्रकूट वंश के शासकों द्वारा किया गया था। अपनी स्मारक गुफाओं के लिए प्रसिद्ध, एलोरा युनेस्को द्वारा घोषित एक विश्व धरोहर स्थल है।
- आगरा का किला उत्तर प्रदेश में है | आगरा का किला ,पश्चिम-मध्य उत्तर प्रदेश , उत्तर-मध्य भारत के ऐतिहासिक शहर आगरा में यमुना नदी पर स्थित लाल बलुआ पत्थर से बना 16वीं सदी का बड़ा किला है। इसकी स्थापना मुगल बादशाह अकबर ने की थी | जब मुग़ल राजधानी आगरा में थी तब अकबर ने सैन्य अड्डे और शाही निवास दोनों के रूप में सरकार की सीट के रूप में कार्य किया।
- ताजमहल का किला उत्तर प्रदेश के आगरा में है | । इसे 1632 में मुगल सम्राट शाहजहां (1628 से 1658 तक शासन किया गया) द्वारा अपनी पसंदीदा पत्नी मुमताज बेगम की मकबरे के रूप में बनाया गया । मकबरा 17-हेक्टेयर (42 एकड़) परिसर का केंद्रबिंदु है,जिसमें एक मस्जिद और एक गेस्ट हाउस शामिल है|
- सूर्य मंदिर कोणार्क उड़ीसा में है | कोणार्क के सूर्य मंदिर की विशेषता यह है कि इस मंदिर के आधार पर 12 जोड़ी पहिए स्थित हैं। वास्तव में ये पहिये इसलिए अनोखे हैं क्योंकि ये समय भी बताते हैं। इन पहियों की छाया देखकर दिन के सटीक समय का अंदाजा लगाया जा सकता है। इस मंदिर में प्रत्येक दो पत्थरों के बीच में एक लोहे की चादर लगी हुई है।
- काजीरंगा नेशनल पार्क असम में है | एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम के गोलाघाट, नागांव और सोनितपुर जिलों में स्थित है। काजीरंगा को 1985 में यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल नामित किया गया था। पार्क का क्षेत्रफल लगभग 430 वर्ग किमी है और यह ब्रह्मपुत्र नदी और कार्बी (मिकिर) पहाड़ियों के बीच स्थित है।
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर राजस्थान में है | केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान या केवलादेव घना राष्ट्रीय उद्यान भारत के राजस्थान में स्थित एक विख्यात पक्षी अभयारण्य है। इसको पहले भरतपुर पक्षी विहार के नाम से जाना जाता था। इसमें हजारों की संख्या में दुर्लभ और विलुप्त जाति के पक्षी पाए जाते हैं, जैसे साईबेरिया से आये सारस, जो यहाँ सर्दियों के मौसम में आते हैं।
- खजुराहो का मंदिर मध्य प्रदेश में है | खजुराहो शहर को मंदिरों का शहर भी कहते हैं | खजुराहो पूरे विश्व में मुड़े हुए पत्थरों से निर्मित मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। खजुराहो को इसके अलंकृत मंदिरों की वजह से जाना जाता है जो कि देश के सर्वोत्कृष्ठ मध्यकालीन स्मारक हैं। भारत के अलावा दुनिया भर के आगन्तुक और पर्यटक प्रेम के इस अप्रतिम सौंदर्य के प्रतीक को देखने के लिए निरंतर आते रहते हैं।
- हंपी का मंदिर कर्नाटक में है | विरुपाक्ष मंदिर भारत के कर्नाटक के विजयनगर जिले के हम्पी में स्थित है। यह हम्पी में स्मारकों के समूह का हिस्सा है, जिसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में नामित किया गया है। यह मंदिर श्री विरुपाक्ष को समर्पित है।
- एलिफेंटा की गुफाएं महाराष्ट्र में है | कुछ इतिहासकारों का मानना है कि इन प्रसिद्ध एलीफेंटा गुफाओं का निर्माण कोंकण मौर्यों ने करवाया था और यह 6-8 वीं शताब्दी में बनी थी। वहीँ कुछ इतिहासकार राष्ट्रकूटों और चालुक्यों को इन गुफाओं को बनवाने का श्रेय देते हैं। पुर्तगालियों से भी इन गुफाओं का इतिहास जुड़ा हुआ है |
- फतेहपुर सिकरी उत्तर प्रदेश में है | अकबर ने शेख सलीम चिश्ती के सम्मान में फतेहपुर सीकरी का निर्माण करवाया। यह सूफी संत, सलीम चिश्ती (1478 - 1572), अजमेर के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के वंशज, और सीकरी के टीले पर एक गुफा में रहने वाले के दफन स्थान को सुनिश्चित करता है। मकबरे का निर्माण अकबर ने सूफी संत के प्रति अपने सम्मान के प्रतीक के रूप में किया था |
- सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान पश्चिम बंगाल में है |गंगा,ब्रह्मपुत्र, मेघना के संगम पर स्थित वनों को सुंदरबन कहते हैं | यें वन टाइगर रिजर्व के लिए प्रसिद्ध है |
- नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान उत्तराखंड में है |नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान या नंदा देवी बायोस्फीयर रिजर्व ,1982 में स्थापित एक राष्ट्रीय उद्यान है जो उत्तर भारत में उत्तराखंड के चमोली गढ़वाल जिले में नंदा देवी शिखर (7816 मीटर) के आसपास स्थित है । पूरा पार्क समुद्र तल से 3,500 मीटर (11,500 फीट) से अधिक की ऊंचाई पर स्थित है।
- सांची स्रोत मध्य प्रदेश में है | यह रायसेन शहर , जिला मुख्यालय से लगभग 23 किलोमीटर और मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 46 किलोमीटर (29 मील) उत्तर-पूर्व मेंस्थित हैं । सांची का महान स्तूप भारत की सबसे पुरानी पत्थर संरचनाओं में से एक है, और भारतीय वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण स्मारक है।
- हुमायूं का मकबरा नई दिल्ली में स्थित हैं | यह मकबरा हुमायूँ की विधवा बेगम हमीदा बानो बेगम के आदेशानुसार 1562 में बना था। इस भवन के वास्तुकार सैयद मुबारक इब्न मिराक घियाथुद्दीन एवं उसके पिता मिराक घुइयाथुद्दीन थे जिन्हें अफगानिस्तान के हेरात शहर से विशेष रूप से बुलवाया गया था।
- कुतुब मीनार नई दिल्ली में है | यह पूरे इतिहास में भारत में इस्लामी शासन के एक महत्वपूर्ण प्रतीक के रूप में खड़ा है क्योंकि यह इस्लामी वास्तुकला की शक्ति और भव्यता का प्रमाण है और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है। कुतुब मीनार कुतुब मीनार परिसर में अलाउद्दीन खिलजी के मकबरे, कुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद और लौह स्तंभ के साथ पाया जाता है।
- महाबोधि मंदिर बिहार में है | महाबोधि विहार या महाबोधि मन्दिर, बोध गया स्थित प्रसिद्ध बौद्ध विहार है। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया है।यह विहार उसी स्थान पर खड़ा है जहाँ गौतम बुद्ध ने ईसा पूर्व 6वी शताब्दी में ज्ञान प्राप्त किया था।
- भीमबेटका की गुफाएं मध्य प्रदेश में है | मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में एक ऐसा स्थान है जो विश्व में मानव विकास का प्रारम्भिक स्थान माना जाता है। यहां की गुफाओं में बनी पेंटिंग हजारों साल पहले के जीवन को दर्शाती है। यहां बनाई गई पेंटिंग मुख्य रूप से नृत्य, संगीत, शिकार, घोड़ों और हाथियों की सवारी, गहने सजाने और शहद इकट्ठा करने के बारे में हैं।
- फूलों की घाटी उत्तराखंड में है | हिमाच्छादित पर्वतों से घिरा हुआ और फूलों की 500 से अधिक प्रजातियों से सजा हुआ यह क्षेत्र बागवानी विशेषज्ञों या फूल प्रेमियों के लिए एक विश्व प्रसिद्ध स्थल बन गया। इसकी खूबसूरती से प्रभावित होकर स्मिथ ने 1937 में " वैली ऑफ फ्लॉवर्स " नमक एक किताब लिखी |
- लाल किला दिल्ली में है |मुगल सम्राट शाहजहां ने लाल किले को अपनी राजधानी शाहजहांनाबाद के महल के रूप में बनवाया था. लाल किला अपनी विशाल दीवारों के लिए प्रसिद्ध है. किले का निर्माण 1638 से 1648 के बीच दस सालाें में पूरा किया गया |
- जंतर मंतर जयपुर में है | जंतर मंतर का निर्माण 1729 में प्रबुद्ध शासक सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा किया गया था - यह दुनिया की सबसे सटीक पूर्व-आधुनिक वेधशालाओं में से एक है, और ग्रहों और अन्य ब्रह्मांडीय की समझ में सुधार के लिए अठारहवीं शताब्दी के प्रयासों को यह प्रमाणित करती है।
- पश्चिमी घाट पश्चिमी और दक्षिण भारत में है | भारत में इसका विस्तार महाराष्ट्र से लेकर गोवा तक लगभग 1600 किलोमीटर पश्चिमी तट के समानांतर स्थित है जहां से गोदावरी,कृष्णा जैसी दक्षिण भारत की प्रमुख नदियां निकलती हैं | यह घाट गर्मियों के अंत में दक्षिण-पश्चिम से आने वाली बारिश से भरी मानसूनी हवाओं को रोकती हैं। पश्चिमी घाट अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है |